यह बुक हमें सिखाती है की परिवर्तन की वजह से हमारी
लाइफ में कोई भी मुसीबत आये तो उसका सामना कैसे करे |
यह बुक समरी डोक्टर स्पेंसर जोंसन की बेस्ट
सेलिंग बुक who move my
cheese पर आधारित है
जिसे 37 से ज्यादा भाषाओ मै छापा जा चुका है इस
पुस्तक ने कई लोगो के जीवन मै सकारात्मक बदलाव लाये है
एक भुल-भुलैय्या में दो चूहे रहते थे जिनका नाम
था स्निफ और स्करी और दो छोटे इन्सान रहते थे जिनका नाम था हेम
और हॉ इन चारों में एक चीज़ कॉमन थी इन चारो
को चीज बहोत पसंद था और जीने के लिए सबसे जरुरी भी था |
वो चारों हर रोज सुबह उस भुल-भुलैय्या में चीज
ढूंडने जाते थे| एक
बार ढूंढते ढूंढते उन्हें एक चीज़ स्टेशन C पहुचते है जहा
बहुत सारा चीज़ मिल जाता हे इतना चीज़ जिसे वो जिंदगीभर खा सकते थे|
इस चीज को देखकर हेम चारो बहुत खुश हुए क्योकि
इससे पहले उन्होंने इतना चीज़ कभी देखा नहीं था
इतना सारा चीज मिलने के बाद अब हेम और हॉ
कम्फर्टबल और सिक्योर फील करने लगे क्योंकी उन्हें पता था की वहा पे इतना चीज है
की वो उसे जिंदगीभर खा सकते है |
लेकिन स्निफ और स्करी हर रोज चीज की क्वांटिटी और क्वालिटी को चेक करते थे उन्हें धीरे धीरे उन्हें ये समझ आने लगा की चीज खत्म हो रही है| जब की हेम और हॉ का इस बात पे कभी ध्यान ही नहीं गया|
एक दिन जब स्टेशन c पहुचे स्निफ
और स्करी ने देखा की सारी चीज खत्म हो गयी है| तो उन्हें इतना बुरा नहीं लगा क्योकि उन्हें पता था की ऐसा होने वाला हे
उन्होंने जादा टाइम सोचने में नहीं गवाया और
दूसरी चीज ढूंडने के लिए वो निकल पड़े |
जब हेम और हॉ ने देखा तो खत्म हुए चीज को देखकर वो बौखला
गए| हेम गुस्से से जोर जोर से चिल्लाने लगा, “मेरा चीज किसने लिया..? Who Moved My Cheese..?” और एक दुसरे को दोष देने लगे
अब थोड़ी देर सोचने के बाद हॉ ने हेम से कहा की
मुझे लगता हे की स्निफ और स्करी भी यहाँ से चले गए ,
“क्यों ना हम बाहर जाकर नयी चीज ढूंढे..?” तो हेम बोलता है, “ नहीं बहुत जल्द में सब कुछ पहले जैसा कर दूंगा
हेम और हॉ उसी जगह रोज जाते और चीज़ ढूंढने की
कोशिश करते लेकिन ऐसा नहीं हुआ | एक तरफ हेम और हॉ ये सोच कर परेशान थे की, ‘ये क्या
हो गया, कैसे हो गया, क्यों
हो गया’
वही स्निफ्फ़ और स्करी परेशान होने की वजह, नए चीज धुंध रहे थे और नए
नए रस्ते पे चल रहे थे खोजते खोजते एक दिन वे चीज़ स्टेशन N पहुंचते है जहा उन्हें पहले से भी ज्यादा चीज और अलग तरह का चीज़ मिलता है|
एक दिन हॉ ने हेम से फिर कहा की, “क्यों ना हम बाहर जाकर नयी चीज
ढूंढे..?” हो सकता हे बाहर हमें इससे और ज्यादा चीज़ मिल जाये तो हेम कहेता है, “ बाहर बहुत रिस्क है, अगर हमें चीज नहीं मिला तो
क्या होगा ? इससे अच्छा तो हम यही रहकर कोशिश करते
हे फिर हो कुछ नहीं बोला और उस दिन भी काफी कोशिश के बाद उन्हें बिना चीज़ खाए हि
वापस जाना पड़ा
अगले दिन भी उन्होंने वैसे हि कोशिश की अब हॉ
सोचने लगा की यहाँ मेहनत करने
से अच्छा तो बहार जाकर नया चीज़ धुंध जाये और हेम के बिना ही बाहर जाने का फैसला
करता है
हॉ नए रस्स्ते पर चलने लगता है, उसे जल्द ही समझ आता है की
ये नए रास्ते मुश्किल जरूर है पर इतने भी मुश्किल नहीं है जितना वो उन्हें सोच के
डरता था|
थोडा दूर जाने के बाद उसे एक चीज स्टेशन मिलता
है, चीज स्टेशन E, हॉ खुश होता है लेकिन अंदर जाने के बाद उसे पता चलता है की उसमे एकदम थोड़ी
ही चीज बची है| वो चीज खाता है और हेम के लिए थोड़ी चीज
साथ लेता है|
हेम के पास वापस आने के बाद, वो अपनी लायी चीज हेम को
देने लगता है और कहेता है, “हेम, बाहर
और भी चीज है, बाहर निकलो |” लेकिन हेम उस चीज को लेने से मना करता है और बोलता है, “मुझे नयी चीज नहीं चाहिए, मुझे सब कुछ पहले जैसा चाहिए |” हॉ हेम को
समझाने की बहोत कोशिश करता है | आखिर में हॉ, हेम को छोड़कर नयी चीज ढूंडने के लिए चला जाता
हे
रास्ते में हॉ को इधर उधर थोड़ी बहोत चीज मिलती
है जिसकी मदत से वो आगे बढ़ता है
और वहा कुछ निशान लगा देता है जिससे हेम भी वहा
पहुच सके
और फायनली वो एक चीज स्टेशन पर पहुचता है, चीज स्टेशन N यहाँ इतना सारा चीज होता है जितना उसने सपने में भी नहीं सोचा था|
ये देख के उसे अच्छा लगता है
वहा उसे स्निफ्फ़ और स्करी भी मिलते है| और ये उम्मीद करता है की
उसकी छोड़ी हुयी निशानियों से हेम भी वहा आएगा| और कुछ समय के
बाद उसका दोस्त हेम भी वहा पहुच जाता हे
यहाँ ऑथर ने चीज़ को मेताफोर की तरह लिया है यहाँ
चीज़ का मतलब उस चीज़ से लिया गया है जो आपके जीवन में जरुरी है और जिसे पाना चाहते
है जैसे आपकी नौकरी, पैसा
या रिलेशनशिप हो सकती है
वही भूल भुलैया को उस जगह से जहा आप रहते है
जैसे आप की जॉब, आप की
सोसाइटी,
तो आपकी जिन्दगी में कौन सी ऐसी चीज़ है कमेंट
सेक्शन में जरुर बताये
इस स्टोरी से हमने 4 बातें सीखी
1. इस दुनिया में कोई भी चीज स्थाई नहीं है हर
समय कुछ न कुछ परिवर्तन होते रहते हे आप चाहों या न चाहों |
2. अगर आप सफल होना चाहते है तो परिवर्तन के लिए
हमेशा तयार रहे |
3. आस पास के चीजो में होते हुए परिवर्तनों पर
पहले से नजर रखो| ये
करने से आने वाली हर मुश्किल के लिए आप तैयार रहोगे |
4. जब भी कोई चेंज आये तो उसके बारे में बुरा
महसूस करने की वजह उस चेंज को एक्सेप्ट करो और खुद को बदलो |
अगर आप ये सारी बाते आप और ज्यादा जानना चाहते
है तो आप इस बुक को पढ़ सकते हे
इसकी लिंक यहाँ दी गयी है
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